दूकान का insurance कैसे करें

घर बैठे दुकान का insurance कैसे करें? जानिए अपने मोबाइल पर

अगर आप इस वर्ष अपनी दुकान का insurance करवाना चाहते हैं, तो आज आप इस पोस्ट में दुकान का इंश्योरेंस कैसे करें? जानेंगे।

जब भी हम कोई नया बिजनेस स्टार्ट करते हैं तो उसमें फायदा होने की संभावना के साथ ही साथ नुकसान होने की भी संभावना होती है।

हालांकि कभी-कभी यह नुकसान हमें व्यापार में घाटे के तौर पर होता है परंतु कभी-कभी किसी भी प्रकार की आपदा के कारण या फिर किसी भी प्रकार की समस्या के कारण भी हमें नुकसान हो जाता है और अगर हमारे पास इंश्योरेंस कवर नहीं होता है, तो हमारे नुकसान की भरपाई नहीं हो पाती है।

क्योंकि इंश्योरेंस होने पर अगर आपकी प्रॉपर्टी को या फिर आपने जिस चीज का इंश्योरेंस करवाया है उसे कुछ नुकसान होता है तो आपको उसके पैसे प्राप्त हो सकते हैं।

दुकान का इंश्योरेंस क्या है? क्यों है फायदेमंद 

विभिन्न प्रकार की कंपनियों के द्वारा शॉप इंश्योरेंस किया जाता है जिसके अंतर्गत दुकान की प्रॉपर्टी और उसमें मौजूद प्रोडक्ट को कवर किया जाता है। जो भी व्यक्ति दुकानदार है वो चाहे तो किसी गवर्नमेंट इंश्योरेंस कंपनी से या फिर प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी से दुकान के इंश्योरेंस की पॉलिसी को खरीद सकता है।

दूकान का insurance कैसे करें

अगर कोई व्यक्ति दुकान के इंश्योरेंस की पॉलिसी को खरीदता है, तो नेचुरल डिजास्टर जैसे कि भूकंप और बाढ़ से होने वाला नुकसान कवर होता है। अक्सर दुकानों में चोरी भी होती रहती है, ऐसे में यह इंश्योरेंस चोरी होने पर नुकसान की भरपाई के लिए भी बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।

दुकान का insurance कैसे करें?

बता दे कि दुकान का बीमा लेने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। दुकान का बीमा लेने के लिए सबसे पहले आपको अपने आसपास स्थित ऐसी इंश्योरेंस कंपनी के बारे में पता करना होगा जो दुकान का बीमा करती हैं अथवा आप चाहे तो किसी इंश्योरेंस एजेंट से भी मिलकर के दुकान के बीमा से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अगर वह एजेंट किसी ऐसी कंपनी से जुड़ा हुआ होगा जो दुकान का इंश्योरेंस करती है तो वह एजेंट ही आपको दुकान का इंश्योरेंस करवाने की सारी प्रोसेस बता देगा और आपका इंश्योरेंस भी कर देगा।

इसके अलावा अगर आप डायरेक्ट कंपनी से बीमा करना चाहते हैं तो आप उस कंपनी के ऑफिस जा सकते हैं और वहां से सारी जानकारी प्राप्त करके अपनी दुकान का बीमा करवा सकते हैं। नीचे हम आपको कुछ ऐसी कंपनियों के नाम दे रहे हैं, जो लोगों को दुकान का बीमा करवाने की सर्विस उपलब्ध करवाती हैं।

  •  National insurance
  • orientel Insurance
  •  iffco tokio
  •  sbi

दुकान के इंश्योरेंस में क्या कवर होता है?

दुकान के इंश्योरेंस में तूफान, दंगा, हड़ताल, बिजली, आग, बाढ़ और चक्रवात के कारण दुकान अथवा उसमे मौजूद प्रोडक्ट के नुकसान की कवरिंग होती है।

दुकान के इंश्योरेंस में दुकानदार को अगर दुकान में काम करने के दरमियान कोई शारीरिक चोट आ जाती है जिसके कारण या तो उसकी मौत हो जाती है या फिर उसे परमानेंट विकलांगता हो जाती है तो वह भी इसके अंदर कवर होता है।

अगर कोई चोर दुकान में चोरी की कोशिश करता है या फिर सेंधमारी करता है तो उसका भी कवर इसमें होता है।

दुकान के इंश्योरेंस में मशीनरी ब्रेकडाउन का भी कवर होता है।

ऐड-ऑन कवर क्या है?

ऊपर हमने आपको जिन नुकसान के बारे में बताया है उसके अलावा भी कुछ ऐसे नुकसान होते हैं जिसके लिए दुकान खोलने वाले व्यक्ति को अलग से ऐडऑन कवर प्राप्त करना पड़ता है जिसके लिए उसे कुछ एक्स्ट्रा पैसे की पेमेंट भी करनी होती है। इस प्रकार के ऐडऑन में आतंकवाद, भूकंप से होने वाले नुकसान का कवर होता है।

प्रीमियम क्या है?

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दुकान के प्रीमियम की कैलकुलेशन निम्न बातों को जानने के बाद होती है।

• दुकानदार की दुकान किस शहर में है।
• दुकान का टोटल एरिया कितना है।
• कवर का अमाउंट कितना है।
• दुकानदार की दुकान में किस प्रकार का काम होता है।
• दुकानदार कितने प्रकार के नुकसान को शामिल करना चाहता है।
• दुकानदार की दुकान में टोटल कितने रुपए का माल भरा हुआ है।
• दुकान में टोटल कितने कर्मचारी काम करते हैं।

आपको बता दें कि, अगर कोई व्यक्ति किराने की दुकान को चलाता है तो उसके प्रीमियम की अमाउंट कम रहेगी परंतु अगर कोई व्यक्ति सोने चांदी बेचने की दुकान चलाता है तो उसे ज्यादा प्रीमियम देना पड़ेगा।

5,00000 तक का बेसिक कवर अगर कोई दुकानदार लेता है तो उसे हर साल तकरीबन ₹5000 से लेकर के ₹10000 तक का प्रीमियम भरना पड़ सकता है। हालांकि शहरी इलाकों में और ग्रामीण इलाकों में प्रीमियम की रकम में अंतर हो सकता है।

दुकान के लिए कितना कवर लेना चाहिए?

इसे हम आपको एक उदाहरण के सहित समझाएंगे। अगर आप कपड़ों की दुकान चलाते हैं और आपकी दुकान में टोटल 500 कपड़े का माल है और उनमें से हर एक कपड़े की कीमत ₹500 है तो इस प्रकार से आपको तकरीबन ढाई लाख रुपए तक का कवर लेना होगा।

दुकान का इंश्योरेंस क्लेम कैसे करें?

ऊपर हमने आपको जिन कवर के बारे में बताया है अगर उसमें से शामिल किसी भी वस्तु के कारण आपकी दुकान को नुकसान हुआ है तो आप अपनी दुकान के इंश्योरेंस के लिए क्लेम कर सकते हैं और इंश्योरेंस प्राप्त कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले तो आपको आपकी दुकान में जो नुकसान हो गया है, उसे वैसे ही रहने देना है और अपनी बीमा कंपनी को सूचना देनी है। इसके बाद बीमा कंपनी का एक एजेंट आपकी दुकान में आकर के आपके नुकसान की फोटो खींचेगा और आपके दुकान में जो भी नुकसान हुआ है उसकी एक रिपोर्ट तैयार करेगा।

उसके बाद व्यक्ति रिपोर्ट की एक फाइल बनाकर के बीमा कंपनी में जमा कर देगा।इसके बाद आपका जितना भी नुकसान हुआ है उसका अमाउंट सैंक्शन कर दिया जाएगा और इस प्रकार से आप अपने दुकान के इंश्योरेंस का पैसा प्राप्त कर सकेंगे और फिर से उस पैसे का इस्तेमाल अपने बिजनेस को खड़ा करने के लिए कर सकेंगे।

दुकान का इंश्योरेंस क्लेम करने के पहले आपको अपने सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट जमा कर लेना चाहिए ताकि आसानी से आपको अपने इंश्योरेंस का पैसा प्राप्त हो सके।

पढ़ें:- मोबाइल से अपना insurance कैसे Download करें? 3 आसान तरीके

FAQ: दुकान का insurance कैसे करें?

Q: दुकान का इंश्योरेंस लेने की प्रक्रिया क्या है?

Ans: इसके बारे में आपको कोई इंश्योरेंस एजेंट अच्छे से जानकारी बता सकता है।

Q: दुकान का इंश्योरेंस क्यों करना चाहिए?

Ans: किसी भी प्रकार के दुकान से संबंधित नुकसान होने पर भरपाई के लिए आपको दुकान का इंश्योरेंस करवाना चाहिए।

Q: दुकान की वैल्यूएशन कैसे तय होती है?

Ans: दुकान की वैल्यूएशन तय करने की जानकारी हमने आपको ऊपर आर्टिकल में दे रखी है।

Q: इंश्योरेंस क्लेम पास होने में कितना दिन लग जाता है?

Ans: तकरीबन 15 से 25 दिन तक का टाइम इसमें लग जाता है।

निष्कर्ष

तो साथियों आज आपने इस पोस्ट में जानकारी प्राप्त की की दुकान का insurance कैसे करें? पोस्ट के बारे में आप अपनी राय दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

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